नई दिल्ली.नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को मंत्रिमंडल में 19 नए
राज्य मंत्रियों को शामिल किया। प्रकाश जावड़ेकर को राज्यमंत्री से प्रमोट
कर कैबिनेट मंत्री बना दिया गया। हालांकि, 75 साल से ऊपर के नेताओं को
मंत्री नहीं बनाया गया। शपथ ग्रहण के दौरान तब अजीब स्थिति पैदा हुई जब
महाराष्ट्र के नेता और आरपीआई चीफ रामदास अठावले शपथ अपना नाम पढ़ना ही भूल
गए। प्रेसिडेंट ने उन्हें तीन बार टोका। दो बार खुद लाइनें पढ़ीं। मोदी की
नई टीम में 35 साल की अनुप्रिया पटेल अब सबसे युवा मंत्री हैं। वे अपना
दल की सांसद हैं। इस फेरबदल के तहत पांच मंत्रियों निहालचंद, रामशंकर
कठेरिया, सांवरलाल जाट, मनसुखभाई डी. वासवा अौर एमके. कुंदरिया से इस्तीफे
लिए गए हैं। पढ़ें 19 नए राज्य मंत्रियों की पूरी लिस्ट...
राजस्थान से 4 चेहरे
1. अर्जुन राम मेघवाल :बीकानेर से सांसद हैं। आईएएस भी रह चुके हैं। साइकिल से संसद जाने के लिए चर्चित हैं।
2. सीआर चौधरी :नागौर से सांसद हैं। मेवाड़ यूनिवर्सिटी में वाइस चांसलर रह चुके हैं। राजस्थान एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस में अफसर रह चुके हैं।
3. पीपी चौधरी :पाली से सांसद हैं। सुप्रीम कोर्ट के वकील हैं। 11 हजार से ज्यादा केस लड़ चुके हैं।
2. सीआर चौधरी :नागौर से सांसद हैं। मेवाड़ यूनिवर्सिटी में वाइस चांसलर रह चुके हैं। राजस्थान एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस में अफसर रह चुके हैं।
3. पीपी चौधरी :पाली से सांसद हैं। सुप्रीम कोर्ट के वकील हैं। 11 हजार से ज्यादा केस लड़ चुके हैं।
4. विजय गोयल :राजस्थान से राज्यसभा सदस्य हैं। हालांकि, उन्हें दिल्ली का नेता ज्यादा माना जाता है। दिल्ली बीजेपी के प्रेसिडेंट रह चुके हैं।
यूपी से 3 नाम
5. अनुप्रिया पटेल :एनडीए के सहयोगी दल अपना दल की नेता हैं। मिर्जापुर से सांसद हैं। अब टीम मोदी में सबसे युवा मिनिस्टर।
5. कृष्णा राज :शाहजहांपुर से सांसद हैं। दलित चेहरा हैं।
7. महेंद्रनाथ पांडे :चंदौली से सांसद हैं। पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए हैं।
5. कृष्णा राज :शाहजहांपुर से सांसद हैं। दलित चेहरा हैं।
7. महेंद्रनाथ पांडे :चंदौली से सांसद हैं। पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए हैं।
उत्तराखंड से एक को जगह
8. अजय टमटा :दलित नेता हैं। अलमोड़ा से सांसद हैं।
एमपी से
9. अनिल माधव दवे :एमपी के नेता हैं। संगठन से जुड़े हैं। राज्यसभा सदस्य हैं।
10. फग्गन सिंह कुलस्ते :मंडला से सांसद हैं। 2008 में कैश फॉर वोट में नाम आया था। इसके बाद उन्हें जेल भी जाना पड़ा था।
11. एमजे अकबर :राज्यसभा सदस्य हैं। पत्रकार रहे हैं। उन्हें विदेश राज्यमंत्री बनाया गया है।
10. फग्गन सिंह कुलस्ते :मंडला से सांसद हैं। 2008 में कैश फॉर वोट में नाम आया था। इसके बाद उन्हें जेल भी जाना पड़ा था।
11. एमजे अकबर :राज्यसभा सदस्य हैं। पत्रकार रहे हैं। उन्हें विदेश राज्यमंत्री बनाया गया है।
महाराष्ट्र
12. सुभाष भामरे :धुले से बीजेपी सांसद हैं। देश के बड़े कैंसर सर्जन हैं। टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल में रहे हैं।
13. रामदास अठावले :एनडीए के सहयोगी दल आरपीआई के चीफ हैं। महाराष्ट्र के बड़े दलित नेता।
गुजरात
14. जसवंतसिंह भाभोर :दाहोद से सांसद हैं।
15. मनसुख मनदाविया :राज्यसभा मेंबर हैं।
16. पुरुषोत्तम रूपाला :मंत्री रह चुके हैं। मोदी के करीबी बताए जाते हैं।
15. मनसुख मनदाविया :राज्यसभा मेंबर हैं।
16. पुरुषोत्तम रूपाला :मंत्री रह चुके हैं। मोदी के करीबी बताए जाते हैं।
असम
17. राजेश गोहैन :नागांव से बीजेपी सांसद।
कर्नाटक
18. राजेश जिगजिगानी:बीजापुर से सांसद हैं। म्यूजिशियन और इंडस्ट्रियलिस्ट हैं। पांच बार सांसद और तीन बार विधायक रह चुके हैं।
बंगाल
19. एसएस अहलूवालिया :दार्जिलिंग से सांसद हैं। लंबे वक्त तक राज्यसभा में बीजेपी के उपनेता रहे हैं।
ये प्रमोट हुए
- प्रकाश जावड़ेकर :एन्वायरन्मेंट मिनिस्टर हैं। स्टेट मिनिस्टर इंडिपेंडेंट चार्ज थे। इन्हें कैबिनेट दर्जा मिला है।
20 महीने बाद फेरबदल
- मई 2014 में सरकार बनने के बाद पिछला और इकलौता फेरबदल नवंबर 2014 में हुआ था।
- इस बदलाव से पहले मोदी ने कहा कि इसे फेरबदल नहीं, विस्तार कहिए।
- शिवसेना कोटे से किसी को मंत्री नहीं बनाया गया।
इनकी हुई छुट्टी
1. एमके कुंदरिया -कृषि राज्यमंत्री थे।
2. निहालचंद -रसायन मंत्री रहे। श्रीगंगानगर से सांसद निहालचंद एक रेप केस में नाम आने के बाद से विपक्ष उन पर सवाल उठाता रहा है।
3. सांवरलाल जाट -जल संसाधन राज्यमंत्री थे।
4. मनसुख वसावा -आदिवासी मामलों के राज्यमंत्री थे।
5. रामशंकर कठेरिया -मानव संसाधन राज्यमंत्री रहे।
शिवसेना नाराज क्यों हुई?
- कहा जा रहा था कि फेरबदल में शिवसेना के अनिल देसाई को मंत्री बनाया जा सकता है। लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
- सोमवार को शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने कहा था कि उनसे कैबिनेट फेरबदल पर कोई बातचीत नहीं की गई।
- उद्धव ने कहा था- "शिवसेना भीख नहीं, अपना हक मांग रही है। हमें आधा नहीं, बल्कि अपना पूरा हक चाहिए।"
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बता दें कि मोदी सरकार बनने वक्त भी काफी ड्रामा हुआ था। 18 सांसदों वाली
शिवसेना की डिमांड ज्यादा थी। लेकिन सिर्फ अनंत गीते को मंत्री बनाया गया
था।
- नाराजगी ऐसी थी कि तीन दिन बाद अनंत गीते ने काम संभाला था।
अफ्रीका दौरे से पहले फेरबदल
- मोदी 7 जुलाई को चार अफ्रीकी देशों की विजिट पर रवाना हो रहे हैं। इसके पहले वो कैबिनेट में फेरबदल करना चाहते थे।
- बीजेपी प्रेसिडेंट अमित शाह से उन्होंने बीते 45 दिनों में कई बार इस मुद्दे पर चर्चा भी की थी। पिछले हफ्ते तो दोनों के बीच करीब चार घंटे बातचीत हुई थी।
- बीजेपी प्रेसिडेंट अमित शाह से उन्होंने बीते 45 दिनों में कई बार इस मुद्दे पर चर्चा भी की थी। पिछले हफ्ते तो दोनों के बीच करीब चार घंटे बातचीत हुई थी।
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