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Tuesday, 24 December 2019

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Monday, 11 June 2018

Live: PM Narendra Modi Ministry Expansion 19 New Minister Take Oath टीम मोदी में 19 नए चेहरे: जावड़ेकर हुए प्रमोट, 5 मंत्रियों की हुई छुट्टी |

नई दिल्ली.नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को मंत्रिमंडल में 19 नए राज्य मंत्रियों को शामिल किया। प्रकाश जावड़ेकर को राज्यमंत्री से प्रमोट कर कैबिनेट मंत्री बना दिया गया। हालांकि, 75 साल से ऊपर के नेताओं को मंत्री नहीं बनाया गया। शपथ ग्रहण के दौरान तब अजीब स्थिति पैदा हुई जब महाराष्ट्र के नेता और आरपीआई चीफ रामदास अठावले शपथ अपना नाम पढ़ना ही भूल गए। प्रेसिडेंट ने उन्हें तीन बार टोका। दो बार खुद लाइनें पढ़ीं। मोदी की नई टीम में 35 साल की अनुप्रिया पटेल अब सबसे युवा मंत्री हैं। वे अपना दल की सांसद हैं। इस फेरबदल के तहत पांच मंत्रियों निहालचंद, रामशंकर कठेरिया, सांवरलाल जाट, मनसुखभाई डी. वासवा अौर एमके. कुंदरिया से इस्तीफे लिए गए हैं। पढ़ें 19 नए राज्य मंत्रियों की पूरी लिस्ट...
राजस्थान से 4 चेहरे
1. अर्जुन राम मेघवाल :बीकानेर से सांसद हैं। आईएएस भी रह चुके हैं। साइकिल से संसद जाने के लिए चर्चित हैं।
2. सीआर चौधरी :नागौर से सांसद हैं। मेवाड़ यूनिवर्सिटी में वाइस चांसलर रह चुके हैं। राजस्थान एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस में अफसर रह चुके हैं।
3. पीपी चौधरी :पाली से सांसद हैं। सुप्रीम कोर्ट के वकील हैं। 11 हजार से ज्यादा केस लड़ चुके हैं।
4. विजय गोयल :राजस्थान से राज्यसभा सदस्य हैं। हालांकि, उन्हें दिल्ली का नेता ज्यादा माना जाता है। दिल्ली बीजेपी के प्रेसिडेंट रह चुके हैं।
यूपी से 3 नाम
5. अनुप्रिया पटेल :एनडीए के सहयोगी दल अपना दल की नेता हैं। मिर्जापुर से सांसद हैं। अब टीम मोदी में सबसे युवा मिनिस्टर।
5. कृष्णा राज :शाहजहांपुर से सांसद हैं। दलित चेहरा हैं।
7. महेंद्रनाथ पांडे :चंदौली से सांसद हैं। पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए हैं।
उत्तराखंड से एक को जगह
8. अजय टमटा :दलित नेता हैं। अलमोड़ा से सांसद हैं।
एमपी से
9. अनिल माधव दवे :एमपी के नेता हैं। संगठन से जुड़े हैं। राज्यसभा सदस्य हैं।
10. फग्गन सिंह कुलस्ते :मंडला से सांसद हैं। 2008 में कैश फॉर वोट में नाम आया था। इसके बाद उन्हें जेल भी जाना पड़ा था।
11. एमजे अकबर :राज्यसभा सदस्य हैं। पत्रकार रहे हैं। उन्हें विदेश राज्यमंत्री बनाया गया है।
महाराष्ट्र
12. सुभाष भामरे :धुले से बीजेपी सांसद हैं। देश के बड़े कैंसर सर्जन हैं। टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल में रहे हैं।
13. रामदास अठावले :एनडीए के सहयोगी दल आरपीआई के चीफ हैं। महाराष्ट्र के बड़े दलित नेता।
गुजरात
14. जसवंतसिंह भाभोर :दाहोद से सांसद हैं।
15. मनसुख मनदाविया :राज्यसभा मेंबर हैं।
16. पुरुषोत्तम रूपाला :मंत्री रह चुके हैं। मोदी के करीबी बताए जाते हैं।
असम
17. राजेश गोहैन :नागांव से बीजेपी सांसद।
कर्नाटक
18. राजेश जिगजिगानी:बीजापुर से सांसद हैं। म्यूजिशियन और इंडस्ट्रियलिस्ट हैं। पांच बार सांसद और तीन बार विधायक रह चुके हैं।
बंगाल
19. एसएस अहलूवालिया :दार्जिलिंग से सांसद हैं। लंबे वक्त तक राज्यसभा में बीजेपी के उपनेता रहे हैं।
ये प्रमोट हुए

- प्रकाश जावड़ेकर :एन्वायरन्मेंट मिनिस्टर हैं। स्टेट मिनिस्टर इंडिपेंडेंट चार्ज थे। इन्हें कैबिनेट दर्जा मिला है।
20 महीने बाद फेरबदल
- मई 2014 में सरकार बनने के बाद पिछला और इकलौता फेरबदल नवंबर 2014 में हुआ था।
- इस बदलाव से पहले मोदी ने कहा कि इसे फेरबदल नहीं, विस्तार कहिए।
- शिवसेना कोटे से किसी को मंत्री नहीं बनाया गया।
इनकी हुई छुट्टी

1. एमके कुंदरिया -कृषि राज्यमंत्री थे।
2. निहालचंद -रसायन मंत्री रहे। श्रीगंगानगर से सांसद निहालचंद एक रेप केस में नाम आने के बाद से विपक्ष उन पर सवाल उठाता रहा है।
3. सांवरलाल जाट -जल संसाधन राज्यमंत्री थे।
4. मनसुख वसावा -आदिवासी मामलों के राज्यमंत्री थे।
5. रामशंकर कठेरिया -मानव संसाधन राज्यमंत्री रहे।
शिवसेना नाराज क्यों हुई?
- कहा जा रहा था कि फेरबदल में शिवसेना के अनिल देसाई को मंत्री बनाया जा सकता है। लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
- सोमवार को शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने कहा था कि उनसे कैबिनेट फेरबदल पर कोई बातचीत नहीं की गई।
- उद्धव ने कहा था- "शिवसेना भीख नहीं, अपना हक मांग रही है। हमें आधा नहीं, बल्कि अपना पूरा हक चाहिए।"
- बता दें कि मोदी सरकार बनने वक्त भी काफी ड्रामा हुआ था। 18 सांसदों वाली शिवसेना की डिमांड ज्यादा थी। लेकिन सिर्फ अनंत गीते को मंत्री बनाया गया था।
- नाराजगी ऐसी थी कि तीन दिन बाद अनंत गीते ने काम संभाला था।
अफ्रीका दौरे से पहले फेरबदल
- मोदी 7 जुलाई को चार अफ्रीकी देशों की विजिट पर रवाना हो रहे हैं। इसके पहले वो कैबिनेट में फेरबदल करना चाहते थे।
- बीजेपी प्रेसिडेंट अमित शाह से उन्होंने बीते 45 दिनों में कई बार इस मुद्दे पर चर्चा भी की थी। पिछले हफ्ते तो दोनों के बीच करीब चार घंटे बातचीत हुई थी।

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Tuesday, 5 July 2016

मोदी मंत्रिमंडल में बड़े बदलाव: स्मृति ईरानी की HRD से छुट्टी, जानें किसे मिली क्या जिम्मेदारी |


नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रिमंडल में 19 नए मंत्रियों को शामिल करने के बाद विभागों में फेरबदल करके सबको चौंका दिया है. स्मृति ईरानी की जगह पर प्रकाश जावड़ेकर को मानव संसाधन विकास मंत्रालय का जिम्मा सौंपा गया है जबकि स्मृति ईरानी अब कपड़ा मंत्रालय का कार्यभार संभालेंगी. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्रिपरिषद विस्तार और फेरबदल के तहत मंगलवार रात स्मृति ईरानी को मानव संसाधन विकास जैसे अहम मंत्रालय से हटाकर कम अहमियत वाले कपडा मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंप दी गई.

वहीं केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार छोड दिया है. हैदराबाद में दलित छात्र रोहित वेमुला की खुदकुशी और जेएनयू विवाद जैसे वाकयों की वजह से ईरानी का लगभग दो साल का कार्यकाल विवादों में रहा है. बहरहाल, ईरानी को महत्वहीन समझा जाने वाला कपडा मंत्रालय दिए जाने से यह कयास भी लगाए जा रहे हैं कि कहीं ऐसा इसलिए तो नहीं किया गया कि वह 2017 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रचार का चेहरा बनाए जाने की स्थिति में वह प्रचार के लिए ज्यादा वक्त निकाल सकें. प्रधानमंत्री ने आज अपने मंत्रिपरिषद के विस्तार में 19 नए मंत्रियों को शामिल किया जिनमें भाजपा नेता एस एस आहलूवालिया, एम जे अकबर और विजय गोयल जैसे जानेमाने नाम शामिल हैं.

पर्यावरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रकाश जावडेकर को सरकार के इस दूसरे विस्तार में तरक्की देकर कैबिनेट रैंक के मंत्री के तौर पर शपथ दिलाई गई. अकबर को विदेश राज्य मंत्री बनाया गया है. विदेश मंत्रालय में वी के सिंह एक अन्य राज्य मंत्री हैं. शहरी विकास मंत्री एम वैंकैया नायडू को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. हालांकि, उनसे संसदीय कार्य मंत्रालय की जिम्मेदारी वापस ले ली गई है. यह जिम्मेदारी अब रसायन एवं उवर्रक मंत्री अनंत कुमार संभालेंगे. मंत्रिपरिषद में हुए इस फेरबदल में डी वी सदानंद गौडा से कानून एवं न्याय मंत्रालय वापस ले लिया गया. कानून एवं न्याय मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार अब रविशंकर प्रसाद संभालेंगे. गौडा को सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय आवंटित किया गया है. जयंत सिन्हा को वित्त राज्य मंत्री के पद से हटाकर नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री बनाया गया है. इस पद पर अब तक महेश शर्मा थे. शर्मा अब सिर्फ संस्कृति एवं पर्यटन मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालेंगे.

मंत्रिपरिषद में हुए इस फेरबदल में पांच राज्य मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाया गया. पांच मंत्रियों को हटाने और विस्तार के बाद अब मोदी मंत्रिपरिषद में 78 मंत्री हो गए हैं. कैबिनेट मंत्रियों में चौधरी वीरेंद्र सिंह को ग्रामीण विकास, पंचायती राज और पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय से हटाकर इस्पात मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है. ग्रामीण विकास, पंचायती राज और पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय की जिम्मेदारी अब नरेंद्र सिंह तोमर को दी गई है. वह पहले खदान एवं इस्पात मंत्री थे. अन्य कैबिनेट मंत्रियों और राज्य मंत्रियों के प्रभार में कोई बदलाव नहीं किया गया. बिजली, कोयला एवं अक्षय उर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) को खदान मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.

रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा को संचार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) की जिम्मेदारी दी गई है जबकि संतोष कुमार गंगवार को जयंत सिन्हा की जगह वित्त मंत्रालय में भेजा गया है. इससे पहले, गंगवार कपडा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) थे. अर्जुन राम मेघवाल वित्त मंत्रालय में दूसरे राज्य मंत्री होंगे. पर्यावरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) की जिम्मेदारी संभाल रहे जावडेकर एकमात्र ऐसे मंत्री रहे जिन्हें कैबिनेट रैंक में तरक्की दी गई, जबकि सभी नए मंत्रियों को राज्य मंत्री के तौर पर शपथ दिलाई गई. इससे पहले, ऐसी अटकलें थीं कि गोयल और वाणिज्य राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) निर्मला सीतारमण को कैबिनेट रैंक में तरक्की दी जाएगी. नए मंत्रियों में विजय गोयल को युवा मामलों एवं खेल मंत्रालय में राज्य मंत्री :स्वतंत्र प्रभार: बनाया गया है. असम के मुख्यमंत्री बनने से पहले इस पद पर सर्वानंद सोनोवाल काबिज थे. अनिल माधव दवे को पर्यावरण मंत्रालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया है. भाजपा की सहयोगी पार्टी अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया है जबकि डॉ. एस आर भामरे को रक्षा राज्य मंत्री बनाया गया है.

आहलूवालिया को कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय और संसदीय कार्य मंत्रालय में राज्य मंत्री बनाया गया है. अजय टम्टा (उत्तराखंड), अर्जुन राम मेघवाल (राजस्थान), कृष्णा राज (उत्तर प्रदेश), रामदास अठावले (महाराष्ट्र), रमेश सी जीगाजिनगी (कर्नाटक) उन दलित मंत्रियों में शामिल हैं जिन्हें राष्ट्रपति भवन में आज आयोजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. शपथ ग्रहण कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री मोदी और उनके मंत्रिपरिषद के सहकर्मी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और सहयोगी पार्टियों के नेता मौजूद थे. कांग्रेस का कोई भी नेता इस मौके पर मौजूद नहीं था. जिन अन्य चेहरों को मंत्री बनाया गया उनमें पी पी चौधरी, सी आर चौधरी (राजस्थान), ए एम दवे, फग्गन सिंह कुलस्ते (मध्य प्रदेश), महेंद्र नाथ पांडेय उत्तर प्रदेश) पुरुषोत्तम रुपाला, जे भाभोर और मनसुखभाई मंडाविया (गुजरात), राजेन गोहाईं (असम) और एस आर भामरे (महाराष्ट्र) शामिल हैं. राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि राष्ट्रपति ने सांवर लाल जाट (जल संसाधन), मोहनभाई कल्याणजीभाई कुंदरिया (कृषि), निहाल चंद (पंचायती राज), मनसुखभाई धानजीभाई वासव (जनजातीय मामले) और राम शंकर कठेरिया (एचआरडी) का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है.